ईद मुबारक शुभकामनाएं, उद्धरण, एसएमएस, चित्र

ऐसा कहा जाता है कि पैगंबर मोहम्मद ने एक बार कहा था, "जब रमज़ान का महीना शुरू होता है, तो स्वर्ग के द्वार खोल दिए जाते हैं और नरक के द्वार बंद कर दिए जाते हैं और शैतानों का पीछा किया जाता है।

रमजान मुसलमानों के लिए एक पवित्र महीना है जहां वे दिन के उजाले के दौरान उपवास करते हैं। इस पवित्र महीने के दौरान, मुसलमान दिन के दौरान एक घूंट पानी भी नहीं पीते हैं और अपने दिन के उजाले को संयम, दान और विश्वास के लिए समर्पित करते हैं। वे केवल इफ्तार (sundown) के बाद कुछ भी खाते या पीते हैं, जो उनमें आत्म-अनुशासन का एक अविश्वसनीय पराक्रम दिखाता है। उपवास से हमें लाभ मिलता है और कुरान में भी इसका उल्लेख किया गया है:


 ''रामादान की आमद है रहमतें बरसाने वाला महीना है आओ आज सब खताओं की माफ़ी मांग लें दर-इ-तौरबा खुला है इस महीने में ऐ चाँद उनको मेरा पैगाम कहना खुशी का दिन और हसी की हर शाम कहना जब वो देखे बहार आकर तो उनको मेरी तरफ से मुबारक हो रमज़ान कहना …'' 


'' हम आप की याद मे उदास हैं, बस आप से मिलने की आस है, चाहे दोस्त कितने ही क्यों ना हो, मेरे लिए तो आप ही सब से खास हैं… ''


'' सुबह सुबह उठ के हो जाओ फ्रेश, पहनलो आज सबसे अच्छा सा कोई ड्रेस, दोस्तों के साथ अब चलो घूमने, ईद मुबारक करो सबको जो आए सामने… तुमको भी ईद मुबारक ! ''


'' बादल से बादल मिलते है तो बारीश होती है.. दोस्त से दोस्त मिलते है, तो ईद होती है… ईद मुबारक दोस्त! ''


'' ज़िन्दगी का हर पल खुशियों से कम ना हो, आपका हर दिन ईद के दिन से कम ना हो, ऐसा ईद का दिन आप को हमेशा नसीब हो, जिसमे कोई दुःख कोई गम पास ना हो… ईद मुबारक ! ''

'' सदा हसते रहो जैसे हसते है फुल, दुनिया के सारे गम तुम जाओ भुल, चारो तरफ फैलाओ खुशियों का गीत, इसी उम्मीद के साथ आपको मुबारक हो ईद… ''


'' कोई इतना चाहे तुम्हे तो बताना, कोई तुम्हारी फिकर करे तो बताना, ईद मुबारक हो हर कोई कह लेगा, कोई हमारे अंदाज मे कहे तो बताना… ''


'' ए चाँद, तू उनको मेरा पैगाम कह देना, ख़ुशी का दिन और हँसी की शाम देना, जब वो देखे तुझे बाहर आकर, उनको मेरी तरफ से ईद मुबारक कह देना… ''



'' दोस्ताना कम से कम इतना बरकरार रखो कि, मजहब बीच में न आये.. कभी तुम उसे मंदिर तक छोड दो, कभी वो तुम्हे मस्जिद छोड आये…!! ''

'' किसी का ईमान कभी रोशन न होता, आगोश में मुसलमान के अगर क़ुरान न होता, दुनिया न समझ पाती कभी भूक और प्यास की कीमत, अगर १२ महीनों मे १ रमजान न होता… रमजान मुबारक! ''


'' आज के दिन क्या घटा छायी है, चारो और खुशियों की फ़िज़ा छायी है, हर कोई कर रहा है सजदा खुदा को, तुम भी कर लो बंदगी आज ईद आई है… ईद मुबारक! ''


'' चाँद से रोशन हो रमजान तुम्हारा, इबादत से भरा हो रोज़ा तुम्हारा, हर रोज़ा और नमाज़ कबूल हो तुम्हारी, यही अल्लाह से है दुआ हमारी…! ''


'' ईद मुबारक हो आपको, ढेर सारी तारीफ और खुशियाँ मिले आपको, But, जब EIDI मिले आपको तो प्लीज… आप याद करना सिर्फ हमको!!!''


" आसमान पे नया चाँद है आया, सारा आलम ख़ुशी से जगमगाया, हो रही है Saher-O-Aftar की तय्यारी, सज रही हैं दुआओं की सवारी, पूरे हों आपके हर दिलके अरमान, मुबारक हो आप सब को प्यारा रमजान…! "

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